What is an annular solar eclipse?
सरल शब्दों में सूर्य ग्रहण उस स्थिति को कहते हैं जब चंद्रमा पृथ्वी और सूरज के बीच में आ जाता है। हालांकि, एनुलर सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा पृथ्वी से काफी दूर होता है। इस स्थिति में चंद्रमा पूरी तरह से सूरज को ढंक नहीं पाता। पूरी तरह से ढंक न पाने के कारण सूरज के किनारों की रोशनी पृथ्वी पर पड़ती है। इस कारण ही इस Solar Eclipse में आसमान में ‘रिंग ऑफ फायर’ नज़र आती है।
एनुलर सूर्य ग्रहण से विपरीत होता है, टोटल सोलर एक्लिप्स अर्थात पूर्ण सूर्य ग्रहण, जिसमें चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आता है और हमारी पृथ्वी पर इसकी छाया का सबसे गहरा हिस्सा पड़ता है। टोटल सोलर एक्लिप्स में दिन में लगभग रात जैसा अंधेरा हो जाता है, जबकि एनुलर सोलर एक्लिप्स में चंद्रमा सूरज के सभी भाग को कवर नहीं कर पाता और उसके किनारों की चमक पृथ्वी पर पड़ती है।
When will the annular solar eclipse occur?
TimeandDate.com के अनुसार, एनुलर सूर्य ग्रहण अफ्रीका के कुछ हिस्सों में नज़र आएगा, जिसमें सेंट्रल अफ्रीका रिपब्लिक, कॉन्गो और इथियोपिया शामिल है। इसके अलावा यह दक्षिण पाकिस्तान, ऊत्तरी भारत व चीन में भी दिखेगा।
Surya Grahan की शुरुआत 21 जून को सुबह 9:15 बजे होगी, 12:10 बजे यह ग्रहण अपने अधिकतम रूप में होगा वहीं दोपहर 3:04 तक यह सूर्य ग्रहण खत्म हो जाएगा।
How to watch June solar eclipse live
यदि आप उन जगहों पर रहते हैं, जहां यह सूर्य ग्रहण 21 जून को दिखने वाला है तो आप अपनी आंखों से आसमान में इन ‘रिंग ऑफ फायर’ का आनंद ले सकते हैं। हालांकि, सूर्य ग्रहण लाइव देखने के दौरान आई प्रोटेक्शन पहनना न भूलें।
खगोल प्रेमियों इस दृश्य को ऑनलाइन लाइव इवेंट में देख सकते हैं। TimeandDate और Slooh जैसे लोकप्रिय चैनल्स के YouTube पेज़ पर आप ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं।
Next annular solar eclipse
जून 2020 के सूर्य ग्रहण के बाद अगला ‘रिंग ऑफ फायर’ जून 2021 में देखने को मिलेगा।
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